नई दिल्ली |
जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता शरद यादव पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से खफा चल रहे है। माना जा रहा है कि वो जल्द ही इसकी सार्वजनिक घोषणा कर सकते हैं। इस बीच खबर यह भी है कि शरद यादव की नाराजगी की वजह से असर राज्यसभा चुनाव पर इसका असर देखने को मिल सकता है।
वहीं, शरद यादव मध्य प्रदेश, गुजरात और केरल के जेडीयू नेताओं से भी मिले हैं। खबर है कि शरद यादव ने इन नेताओं से कहा है कि उन्हें कहा है कि वो इस फैसले से नाराज है क्योंकि नीतीश ने ये फैसला ऐसे समय में लिया है जब विपक्षी एकता की सबसे ज्यादा जरूरत थी।
शरद यादव की नाराजगी को देखते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली और बीजेपी के बिहार प्रभारी धर्मेंद्र यादव ने भी उनसे मुलाकात की। इसके बाद कयास लगाया जा रहा था कि वो दोनों शरद को मनाने में नाकामयाब रहे हैं। इस मुलाकात के बाद खबर यह भी है कि बीजेपी शरद को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है।
दूसरी तरफ जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि पटना में अगले महीने हो रहे पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है जहां पर सभी नेता खुलकर अपनी बात रखेंगे। वहीं, सूत्रों का कहना है कि शरद यादव १९ अगस्त को आयोजित बैठक में अपनी नाराजगी जाहिर कर सकते हैं, जबकि पार्टी के एक अन्य सूत्र का कहना है कि २० राज्यों के पार्टी नेता शरद और नीतीश को पत्र लिखकर अपनी राय रख सकते हैं।
गौरतलब है कि राज्यसभा में जेडीयू के १० सांसद हैं और शरद यादव भी इसमें से एक है। इससे पहले दो राज्यसभा सांसद अली अनवर और वीरेंद्र कुमार बिहार के सीएम नीतीश के खिलाफ खुलकर बोल चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि नीतीश का एनडीए के साथ जाना शरद यादव को रास नहीं आ रहा है। हालांकि, शरद यादव ने अभी तक कुछ भी नहीं कहा है, लेकिन जेडीयू समेत कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहें हैं।