कोहिमा |
नागालैंड के 41 विधायकों ने मुख्यमंत्री डा. शुरहोजेली लीजीत्सु से यह कहते हुए इस्तीफा मांगा है कि उनके पास पद पर बने रहने के लिए पर्याप्त बहुमत नहीं है। विधायकों ने एक सामूहिक बयान जारी कर आरोप लगाया कि 60 सदस्यीय विधानसभा में मुख्यमंत्री को महज 10 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और वह कुर्सी से जबरदस्ती चिपके हए हैं। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा चुने प्रतिनिधि नहीं होने के बाद भी राज्य की 12वीं विधानसभा में विधायकों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया।
बयान में कहा गया कि इस छोटी अवधि के दौरान ही वह अपना रंग दिखाने लगे और भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दे रहे हैं। उनकी यह सत्ता लोलुपता भारतीय लोकतंत्र की अवधारणा के विपरीत है। विधायकों ने दावा किया कि मुख्यमंत्री एनपीएफ के अध्यक्ष भी हैं और जिस तरह से उन्होंने एनपीएफ विधायकों, मंत्रियों और संसदीय सचिवों को निलंबित किया है वह ‘तानाशाही और अलोकतांत्रिक’ है। बयान में कहा गया कि नागालैंड के लोगों के सम्मान के लिए हम सक्रिय रूप से जल्द से जल्द एक लोकप्रिय सरकार के गठन की कोशिश कर रहे हैं और हमारा एक मात्र उद्देश्य लोगों की जरूरतों को पूरा करना है।