प्रतिभावान इंदौर में जो कर रहे कुचियों से जिंदगी के गीतों का गुंजन,
अर्पण जैन ‘अविचल’
इंदौर |
माँ अहिल्या का शहर प्रतिभाओं से भरा हुआ है, शहर की प्रतिभाएं देश-विदेशों में इंदौर का लोहा मनवा रही है | लता मंगेशकर, राहुल द्रविड, एम एफ हुसैन जैसे कलाकारों को जन्म दे कर मालवा की माटी ने अपने धीर-वीर, गहन-गंभीर होने के साथ साथ रत्नगर्भा होने का प्रमाण तो दिया है, इसी तरह की शहर की एक प्रतिभा है रचना जोशी , जो शहर में फाइन आर्ट के माध्यम से शहर को गौरव दे रही है |
रचना जोशी, जिनकी उंगलिया कैनवास पर केवल तस्वीरभर नहीं उकेरती बल्कि उन तस्वीरों के सही अर्थों को आंचलिक प्रतिभाओं के सृजन में उपयोग भी करती है | अपने दिल की सुनकर अपने शौक को ही समाजसेवा का माध्यम बनाने वाली रचना जोशी का जन्म इंदौर में ही हुआ है, और फाइन आर्ट में पोस्ट ग्रेजुएशन की पड़ाई के साथ, ही फैशन डिजाइनिंग में भी डिग्री हासिल की है | अपनी माँ साधना शर्मा को अपना आदर्श मानने वाली श्रीमती जोशी , स्वयं तो मॉडर्न आर्ट, सेंड आर्ट आदि में खूबसूरत चित्रकारी करती ही है, साथ ही महिला सशक्तिकरण की दिशा में सार्थक प्रयास करते हुए अन्य बच्चियों, महिलाओं को कला सिखाती भी है | बकायदा क्लास लेकर गरीब बालिकाओं को निशुक्ल शिक्षा देकर उन्हे भी चित्रकारिता, और फैशन आर्ट्स सीखा कर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही है|
श्रीमती जोशी का कहना है कि ‘मध्यप्रदेश में फाइन आर्ट्स को समझने वाले लोग कम है, तथा सरकार भी इस दिशा में कोई विशेष काम नहीं कर रही , इसलिए यहाँ से प्रतिभा कम निखर पाती है, और जो परिपक्व होते है वे प्रतिभायेँ पलायन कर जाती है | इसलिए जागरूकता भी आवश्यक है और प्रतिभाओं को समुचित विकास हेतु आवश्यक सुविधाएं भी जरूरी है |”
कला के इस शहर की और शासन को भी थोड़ा ध्यान देना चाहिए ताकि शहर की प्रतिभाओं के हौसले भी बुलंद हो और वे शहर का नाम रोशन करते रहे |