मुंबई |
महाराष्ट्र में हुए 800 करोड़ रुपये के झोपड़पट्टी पुनर्विकास परियोजना (एसआरए) घोटाले में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंत्री प्रकाश मेहता पर लोकायुक्त जांच के आदेश दिए थे, लेकिन अब इस घोटाले की आंच खुद सीएम फड़णवीस तक पहुंच चुकी है। सूत्रों की मानें तो लोकायुक्त एसआरए घोटाले मामले में सीएम से भी पूछताछ कर सकती है।
विपक्ष के आरोपों के मुताबिक, महाराष्ट्र के हाउसिंग मंत्री प्रकाश मेहता ने मुंबई के ताड़देव इलाके में मौजूद एमपी मिल्स कंपाउंड की करीब एक लाख स्क्वेयर फीट की जमीन बिल्डर को दी, जिससे कथित तौर पर मेहता को 500 से 800 करोड़ का फायदा हुआ। बताया जा रहा है कि यह जमीन (स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी) परियोजना के तहत झुग्गी में रहने वालों के लिए मंजूर हुई थी। सीएम को घोटाले के बारे में तब पता लगा जब विधानसभा में विपक्ष ने उनपर घोटाले का आरोप लगाया। एक बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए एमपी मिल्स कंपाउंड की फाइल प्रकाश मेहता ने आगे बढ़ाई।
बताया जा रहा है कि जब अफसरों ने उनसे पूछा तो मेहता ने बिना सीएम को पूछे ही फाइल पर लिख दिया कि उनकी सीएम से बात हो गई है और सीएम ने मंजूरी दे दी। मेहता द्वारा लिखी गई एक लाइन के कारण सीएम फडणवीस विपक्ष के निशाने पर आ गए और अब उनसे लोकायुक्त भी पूछताछ कर सकता है।