*कल्याण सिंह पर लटकी तलवार, फैसला राष्ट्रपति के हाथ में*
राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के द्वारा बीजेपी सरकार और नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनाने वाले बयान से उनकी मुसीबतें बढ़ सकती हैं। ये पहली बार नहीं है, जब किसी राज्यपाल ने कोई विवादित बयान दिया है। राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के एक बयान को चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन माना है। दरअसल अपने आवास पर कार्यकर्ताओं को समझाते हुए उन्होंने ने कहा था कि मोदी को फिर पीएम बनाना है। एक संवैधानिक पद पर होते हुए यह बात कहने को चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन माना है। चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इस मामले में पत्र लिखा है। इससे पहले 90 के दशक में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल गुलशेर अहमद को आचार संहिता के उल्लंघन के चलते इस्तीफा देना पड़ा था। आज हम आपको अपने इस वीडियो में राज्यपालों के विवादित बयाने के बारे में बताएंगे।
सबसे पहले बात करते हैं कल्याण सिंह की। चुनाव आयोग ने कल्याण सिंह के बयान को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना है और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इस मामले को संज्ञान लेने की बात कही है। कल्याण सिंह ने अपने बयान में कहा था कि , ‘हम सभी लोग भाजपा के कार्यकर्ता हैं और इस नाते से हम जरूर चाहेंगे कि भाजपा विजयी हो। हम सब चाहेंगे एक बार फिर से केंद्र में मोदीजी प्रधानमंत्री बनें। मोदीजी का प्रधानमंत्री बनना देश और समाज के लिए आवश्यक है।’