नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इस साल के सबसे अहम विदेशी दौरे पर रवाना हुए. 29 मई से 3 जून तक पीएम मोदी जर्मनी, स्पेन, रूस और फ्रांस में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. कूटनीतिक और आर्थिक तौर पर देखा जाए तो यह दौरा काफी निर्णायक और अहम है. इसमें आर्थिक, रक्षा क्षेत्र, विज्ञान और आईटी, परमाणु ऊर्जा के एजेंडे शामिल हैं. मोदी इन देशों के बिजनेस टायकून को ‘मेक इन इंडिया’ प्रोजेक्ट के तहत भारत में कारोबार करने के लिए आमंत्रित भी करेंगे.
इस यात्रा का उद्देश्य इन देशों के साथ भारत की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाना तथा और निवेश आकर्षित करना है. मोदी सबसे पहले जर्मनी जाएंगे, जहां वह भारत-जर्मनी अंतर सरकारी विमर्श (आईजीसी) की रूपरेखा के तहत चांसलर एंजेला मर्केल से बातचीत करेंगे. वह जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक-वाल्टर स्टीनमिएर से भी मुलाकात करेंगे. प्रधानमंत्री जर्मन चांसलर मर्केल से व्यापार में सहयोग, सुरक्षा और आतंकवाद रोधी कार्यकलाप, नवोन्मेष और विज्ञान एवं तकनीक, कौशल विकास, शहरी ढांचा, रेलवे और नागरिक उड्डयन, स्वच्छ ऊर्जा, विकास, स्वास्थ्य तथा वैकल्पिक औषधि के क्षेत्रों में बातचीत करेंगे. बर्लिन में मोदी और मर्केल व्यापार और निवेश संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों देशों के शीर्ष कारोबारी नेताओं से बातचीत करेंगे.
6 दिन में 4 देश; ये है PM मोदी का कार्यक्रम
– 29 और 30 मई को प्रधानमंत्री जर्मनी में रहेंगे.
– जर्मनी से 30 की रात में स्पेन के लिए रवाना हो जाएंगे.
– 1 और 2 जून को प्रधानमंत्री का रूस में कार्यक्रम है.
– 2 जून की रात में पीएम मोदी फ्रांस पहुंचेंगे
– इसके बाद मोदी कजाखिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में शामिल होंगे
– कजाखिस्तान में मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी जिंनपिंग से भी मुलाकात हो सकती है.