बेंगलुरु।
नेशनल हेराल्ड केस को लेकर भले ही राहुल गांधी और सोनिया गांधी परेशान हों लेकिन इस बीच इस अखबार का स्मारक एडिशन लॉन्च हुआ है। इस एडिशन को लॉन्च करने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बेंगलुरु पहुंचे थे। अंसारी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।
अंबेडकर भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी और राज्यपाल वजूभाई रुदाभाई वाला भी मौजूद रहे। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मौजूदा वक्त में जो लोग सच्चाई के साथ हैं, उन्हें दरकिनार किया जा रहा है। राहुल ने कहा कि दलितों को मारा जा रहा है, अल्पसंख्यकों को सताया जा रहा है और मीडिया को धमकाया जा रहा है। इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि मुझे उम्मीद है नेशनल हेराल्ड सच्चाई लिखेगा।
इसके बाद राहुल गांधी दोपहर 3.30 बजे प्रदेश कांग्रेस कमेटी की विस्तारित सामान्य सभा की बैठक में शामिल होंगे। बैठक के दौरान पार्टी पदाधिकारियों समेत 1500 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
आपको बता दें, नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन 1938 में प्रारंभ हुआ था। बंद होने के बाद इसका डिजिटल वर्जन पिछले साल नवंबर महीने में शुरू किया गया।
79 वर्ष पूर्व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का मुखपत्र कहा जाने वाला नेशनल हेराल्ड की बुनियाद 1938 में खुद पंडित जवाहरलाल नेहरू ने रखी थी। नेशनल हेराल्ड भी उन अखबारों की श्रेणी में है, जिसकी बुनियाद आजादी के पूर्व पड़ी। हेराल्ड दिल्ली एवं लखनऊ से प्रकाशित होने वाला अंग्रेज़ी समाचार-पत्र था। इसकी शुरुआत लखनऊ में जवाहर लाल नेहरू ने की थी। इसका स्वामित्व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पास था। इंदिरा गांधी के समय जब कांग्रेस में विभाजन हुआ तो इसका स्वामित्व इंदिरा कांग्रेस आई को मिला।
आर्थिक हालात के चलते 2008 में इसका प्रकाशन बंद हो गया। उस वक्त वह कांग्रेस की नीतियों के प्रचार प्रसार का मुख्य स्रोत था। साल 2008 में अखबार का मालिकाना हक एसोसिएटेड जर्नल्स कंपनी के पास था। एसोसिएट जर्नल्स ने कांग्रेस पार्टी से बिना ब्याज के 90 करोड़ का कर्ज लिया था, लेकिन इसका प्रकाशन फिर से शुरू नहीं हो सका। अप्रैल 2012 को सोनिया गांधी और राहुल गांधी की यंग इंडिया कंपनी ने एसोसिएटेड जर्नल्स का मालिकाना हासिल कर लिया।