नई दिल्ली |
मंगलवार को मुख्य कोच अनिल कुंबले के इस्तीफे के बाद भले ही भारतीय क्रिकेट के एक विवाद का अंत हो गया हो लेकिन इससे कप्तान विराट कोहली पर दबाव काफी बढ़ गया है। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कोहली को अब यह आश्वासन देना होगा कि टीम उनकी कप्तानी में अच्छा प्रदर्शन करेगी। अगर वह ऐसा नहीं कर पाए तो उन्हें भी इसके परिणाम भुगतने होंगे।’
एक अधिकारी ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि यह बात तो साफ हो गई कि कोच मामले पर कोहली को वीटो पावर दी गई इसी के चलते कुंबले को अपना पद छोड़ना पड़ा। अब जब कुंबले नहीं हैं तो कोहली को बतौर कप्तान बेहतर नतीजे देने होंगे।
लंदन में चैंपियंस ट्रोफी फाइनल के बाद क्रिकेट अडवाइजरी कमिटी (सीएसी) और बोर्ड अधिकारियों के बीच हुई बैठक हुई थी। इस बैठक के बारे में सूत्र ने बताया कि कोहली ने कुंबले के साथ अपनी समस्या के बारे में बात की। इसके साथ ही भारतीय कप्तान ने यह भी साफ कर दिया कि अगर उन पर दबाव बनाया जाएगा तो वह पूर्व लेग स्पिनर के साथ काम करने के लिए तैयार हैं। कुंबले ने भी सीएसी को बताया कि उन्हें विराट कोहली से ऐसी कोई समस्या नहीं है।
सीएसी ने इसके बाद कमिटी ऑफ ऐडमिनिस्ट्रेटर्स (सीओए) को सारी परिस्थिति से अवगत कराया। इसमें यह सवाल उठा कि अगर भविष्य में ऐसी कोई समस्या होती है तो क्या किया जाएगा। यह सवाल भी उठा कि मामले को यहां तक पहुंचने ही क्यों दिया गया और अगर बोर्ड अधिकारियों ने शुरुआत में ही इन मतभेदों को दूर करने का गंभीर प्रयास क्यों नहीं किया।